देश के उद्योग, संस्था, कॉरपोरेट्स एवं लोगों को लोन देने और उनके पैसे जमा करने में बैंक प्रमुख भूमिका निभाते हैं. भारत देश में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) सबसे मुख्य बैंकिंग संस्थान है. इसी बैंक द्वारा देश की मुद्रा नीति का नियंत्रण होता है.
बैंकों को लगभग चार प्रकार में बांटा गया है. कमर्शियल बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक एवं कोऑपरेटिव बैंक ये बैंकों के महत्वपूर्ण चार प्रकार हैं.
Bank Ke Charges Kitne Hote Hain
बैंक की तरफ से लगभग हर सेवा के लिए ग्राहक से शुल्क लिया जाता है. कई बार खाता खुलवाने के साथ इसकी जानकारी ग्राहकों को नहीं दी जाती है.
Account Band Karne Ka Charge
अगर आप अपने बहुत सारे बैंक खाते नहीं रखना चाहते हैं एवं उनमें से कुछ खातों को बंद करना चाहते हैं, तो ऐसे में बैंक का खाता बंद करवाने के लिए आपको चार्ज लग सकता है.
अगर आपको बैंक में खाता खुलवा कर 6 माह से कम वक्त हुआ है, तो ऐसे में कई बैंकों की तरफ से आपको ₹50 से लेकर ₹200 तक का चार्ज लग सकता है.
6 Mahine Me Transaction Na Hone Par Charge
साथ ही अगर आपके खाते में पिछले 6 माह से पैसों का कोई लेन-देन नहीं हुआ है, तब भी आपको बैंक को चार्ज देना पड़ सकता है. इसमें अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम हो सकते हैं.
1 Mahine Me Jyada Bar Transaction
कई बैंकों की तरफ से इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजैक्शन एवं ATM Machine पर किए हुए लेनदेन पर भी अलग-अलग तरह के चार्जेस लगते हैं. इसमें 3 महीने के दौरान कई बैंकों की तरफ से 12 से ज्यादा बार ट्रांजैक्शन हुआ है, तो ₹50 प्रति ट्रांजैक्शन के हिसाब से चार्ज लग सकता है. कई प्राइवेट बैंकों के ट्रांजैक्शंस पर यह चार्ज लग सकता है.
Home Branch Chhodkar Dusri Branch Ke Transaction
आप अपने बैंक को छोड़कर किसी दूसरी ब्रांच में जाकर पैसों की लेनदेन करते हैं, तो इस पर भी आपको चार्ज लग सकता है. यह चार्ज प्राइवेट बैंक के लेनदेन पर लग सकता है.
Jyada Cash Ka Transaction
अगर आप एक महीने में दो बार नॉन बेस ब्रांच में ट्रांजैक्शन करते हैं तो इस पर भी आप को चार्ज लग सकता है. साथ ही अगर आप तय सीमा से ज्यादा बार और बहुत ज्यादा कैश अपने ही खाते में डालते हैं, तो इसका भी आपको कई बैंकों में चार्ज लग सकता है. कई प्राइवेट बैंक में इसके लिए 150 रुपए तक लग सकते हैं.
Account Statement Ka Charge
अगर आप अपने बैंक के अकाउंट का स्टेटमेंट हर महीने घर बुलवाना चाहते हो, तो इसके लिए भी बैंक की तरफ से आपको चार्ज लग सकता है. विभिन्न बैंकों की तरफ से इस पर अलग चार्ज लगाए जा सकते हैं. कई बैंकों में यह चार्ज लगभग ₹200 तक हो सकता है.
लेकिन रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार बैंकों को हर 3 महीने के बाद अपने ग्राहक को बैंक स्टेटमेंट ई-मेल पर भेजना पड़ता है. इस स्टेटमेंट का बैंक की तरफ से कोई चार्ज नहीं लिया जाता.
IMPS Service Par Charge
कई बार IMPS अर्थात Immediate Payment Service पर बैंक की तरफ से चार्ज वसूला जा सकता है. सामान्यतः इसमें आपको ₹1 से लेकर ₹25 तक का चार्ज लग सकता है.
Minimum Account Balance Charge
अगर आप अपने बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं रखते हैं, तब भी कई बैंकों की तरफ से आपको चार्ज लग सकता है. इसमें भारत की सबसे बड़ी SBI Bank के सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस ₹3000 रखना पड़ता है. अगर आपके अकाउंट में इससे कम बैलेंस होगा, तो आपको लगभग ₹5 से लेकर ₹15 तक का चार्ज लग सकता है.
5 Transaction Se Jyada Ka Charge
RBI के निर्देशानुसार आपको एक महीने में ATM से 5 लेनदेन करने पर कोई चार्ज नहीं लग सकता. लेकिन 5 से ज्यादा लेनदेन होने पर आपको प्रति ट्रांजैक्शन लगभग ₹20 तक चार्ज लग सकता हैं. यह चार्ज अलग-अलग बैंकों के लिए अलग-अलग हो सकता हैं.
Naya ATM Mangane Ka Charge
जब आपका ATM कार्ड खो जाता है या एक्सपायर हो जाता है, तब आपको इसके बदले में नया ATM कार्ड लेना पड़ता है. ऐसे में भी बैंक आपसे ₹50 से लेकर ₹500 तक चार्ज वसूल कर सकता है.
Naya ATM PIN Lene Par Charge
अगर आप अपने एटीएम का पिन नंबर भूल जाते हैं और नया पिन लेने के लिए जब आप बैंक में संपर्क करते हैं, तब भी कई बैंकों की तरफ से आपको इसका चार्ज देना पड़ सकता है.
Check Clearance Charge
कई बैंकों की तरफ से आपका चेक क्लियर करने के लिए भी लगभग ₹150 प्रति चेक का चार्ज लग सकता है.
SMS Alert Charge
अगर आपके मोबाइल पर कोई भी ट्रांजैक्शन होने पर बैंक की तरफ से S.M.S. अलर्ट आता है, तो इसका भी बैंक आपकी तरफ से चार्ज लेती है.
Naye Passbook Ka Charge
अगर आपको बैंक की तरफ से नया पासबुक लेना होता है या बैंक स्टेटमेंट निकालना होता है, तब भी आपको इसका चार्ज देना पड़ता है. साथ ही आपके हस्ताक्षर के लिए भी बैंक की तरफ से चार्ज लिया जा सकता है.
Bank Me Kitne Account Hote Hai?
सामान्यतः बैंकों में लगभग 4 प्रकार के खाते होते हैं.
- चालू खाता (Current Account) : चालू खाता किसी कंपनी, फर्म के उपयोग के लिए होता है. इसमें हजारों से लेकर लाखों तक के ट्रांजैक्शन होते रहते हैं. इस अकाउंट के पैसों पर इंटरेस्ट नहीं मिलता है.
- बचत खाता (Savings Account) : यह खाता सामान्य लोगों के उपयोग के लिए होता है. इसमें कोई भी इंसान अपनी जमा पूंजी रख सकता है. इस अकाउंट में जमा पैसों पर बैंक की तरफ से आपको इंटरेस्ट भी मिलता है.
- आवर्ती जमा खाता (Recurring Deposit Account) : यह खाता उन लोगों के लिए होता है, जो कुछ निश्चित राशि अपने अकाउंट में नियमित रूप से जमा करना चाहते हैं. नियमित रूप से जमा की गई राशि पर उन्हें अधिक अच्छा ब्याज मिल सकता है. इस तरह के खाते में तय अवधि के बाद ब्याज सहित पूरी राशि का भुगतान कर दिया जाता है.
- सावधि जमा खाता (Fixed Deposit Account) : आप अपनी विशिष्ट राशि को विशिष्ट समय तक बैंक में रखने के लिए इस खाते का उपयोग कर सकते हैं. इस खाते में आप एक ही बार पैसा जमा करते हुए इसे एक ही बार निकल सकते हैं. इस अकाउंट की रकम पर आपको अच्छा खासा इंटरेस्ट भी मिलता है.
लेकिन अगर आप तय अवधि के पहले ही इस अकाउंट से पैसे निकालते हैं, तो आपको इसका अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ सकता है.
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